Monday, April 6, 2015

Panjabi kadhi with dhokali



fast

healthy

Gravy

Easy

Cooking time  30 minutes


Ingredients:

For kadhi
1 cup yogurt
2 tsp besan
1 tej leaf
3 cloves
1 stick cinamon
1 tsp ginger paste
salt
2 tbsp chopped coriander green

For dhokali
(Flours to add together;
rice, quinoa, amaranth, roasted chick peas)
1 tbsp kasuri methi
saunf powder
1 tsp dhana powder
salt
little red chili powder

for tadka
4 tsp oil
mustard seeds, jeera, asafetida, curry leaves 10-12, turmeric, red chilli

Method
In a pot, beat yogurt, water, ginger paste, besan, salt and pinch of asafetida.
Then add cloves and cinamon stick and keep the pot on low heat. Stir it occasionally while bloiling. Once it starts bloiling, add chopped coriander green.








रात के अँधेरे में | धुंधलासा एक चेहरा |
आँखोंमें अजीब सी कशिश | होटों पे अधूरीसी हंसी |
अजनबी सा चेहरा | जाना पहचाना नाम |
मिलना है जरुरी कहते हुए | उसने हाथ बढ़ाया |
दो आँसू छलके| लम्हा थम सा गया |
आँखे मिलाते मैंने कहा | कुछ पल रुक जाने दो |
अभी मत आ मेरे दोस्त | दो पल मुझे जीने दो |

कुछ इमली से खट्टे | कुछ कड़वी दवा से |
कुछ अदरक की प्यारी चाय से | कुछ खिलखिलाती हंसी से|
उन सारे पलों को |जी भर के देखने दो | 
अभी मत आ मेरे दोस्त | दो पल मुझे जीने दो |

मेरी परियोंकी मुस्कुराहटें | बचपन की छोटी छोटी बातें|
फूलों की भीनी महक सी | आज भी ताज़ा है मन में |
उन की सारी खूबियां | कानों में उन के कहने दो|
अभी मत आ मेरे दोस्त | दो पल मुझे जीने दो |

कुछ प्यारे रिश्ते रूठे से| ज़िन्दगी की रफ़्तार में छूटे |
मीठी यादों को जगाना है | रूठों को मनाना है |
बड़े प्यार से सींच कर हमें | सबकुछ हम पर निछावर किया |
बातों से उन्हें दुखाया| मन अंदर खूब रोया |
वह आँसू आज बह जाने दो | मन की बात होटों पर लाने दो |
अभी मत आ मेरे दोस्त | दो पल मुझे जीने दो |

ज़िन्दगी की भागदौड़ में | हमेशा उलझती ही गयी |
सब पलों को सब में | बाँटते चली रही |
कुछ पल अपने लिए|  जीना भूल गयी |
उन पलों को फिर से जीने दो | कुछ फूलों को अपने लिए चुन ने दो |
अभी मत आ मेरे दोस्त | दो पल मुझे जीने दो |

फिरसे इसी दुनिया में | नया जनम  लेके |
नयी पहचान लिए मैँ | नया अंदाज लेके |
लम्हों के तितलियों के रंग | नयी जिंदगी मैं पिघलने दो | 
गानों की प्यारी धुन | सुनहरी सुबह के साथ घुलने दो |
आ दोस्त, तुम्हारे साथ चल के | नयी ज़िन्दगी को अपनाने दो |
                                          
                                                      By Arundhati

Wednesday, April 1, 2015

.अजनबी दोस्त.



रात के अँधेरे में | धुंधलासा एक चेहरा |
आँखोंमें अजीब सी कशिश | होटों पे अधूरीसी हंसी |
अजनबी सा चेहरा | जाना पहचाना नाम |
मिलना है जरुरी कहते हुए | उसने हाथ बढ़ाया |
दो आँसू छलके| लम्हा थम सा गया |
आँसुओं की नमी रोकते मैंने कहा | कुछ पल रुक जाने दो |
अभी मत आ मेरे दोस्त | दो पल मुझे जीने दो |

कुछ इमली से खट्टे | कुछ कड़वी दवा से |
कुछ अदरक की प्यारी चाय से | कुछ खिलखिलाती हंसी से|
उन सारे पलों को |जी भर के देखने दो | 
अभी मत आ मेरे दोस्त | दो पल मुझे जीने दो |

मेरी परियोंकी मुस्कुराहटें | बचपन की छोटी छोटी बातें|
फूलों की भीनी महक सी | आज भी ताज़ा है मन में |
उन की सारी खूबियां | कानों में उन के कहने दो|
अभी मत आ मेरे दोस्त | दो पल मुझे जीने दो |

कुछ प्यारे रिश्ते रूठे से| ज़िन्दगी की रफ़्तार में छूटे |
मीठी यादों को जगाना है | रूठों को मनाना है |
बड़े प्यार से सींच कर हमें | सबकुछ हम पर निछावर किया |
बातों से उन्हें दुखाया| मन अंदर खूब रोया |
वह आँसू आज बह जाने दो | मन की बात होटों पर लाने दो |
अभी मत आ मेरे दोस्त | दो पल मुझे जीने दो |

ज़िन्दगी की भागदौड़ में | हमेशा उलझती ही गयी |
सब पलों को सब में | बाँटते चली रही |
कुछ पल अपने लिए|  जीना भूल गयी |
उन पलों को फिर से जीने दो | कुछ फूलों को अपने लिए चुन ने दो |
अभी मत आ मेरे दोस्त | दो पल मुझे जीने दो |

फिरसे इसी दुनिया में | नया जनम  लेके |
नयी पहचान लिए मैँ | नया अंदाज लेके |
लम्हों के तितलियों के रंग | नयी जिंदगी मैं पिघलने दो | 
गानों की प्यारी धुन | सुनहरी सुबह के साथ घुलने दो |
आ दोस्त, तुम्हारे साथ चल के | नयी ज़िन्दगी को अपनाने दो |
                                              
                                                      By Arundhati